भगवान सूर्य

16 November, 2019
भगवान सूर्य

सूर्य अष्ठकम्

भगवान सूर्य ही एक ऐसे देवता है जिन्हें हम आज भी अपनी आखो से देख सकते है | वो हमें UV किरने पहुचाते है जो हर इन्सान के जीने के लिए जरुरी है | लोग सिर्फ सूर्य को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखते आये है जैसे सूर्य की रोशनी, उसकी गर्मी, सूर्य के विकिरण लेकिन प्राचीन वेदों और पुरानो के अनुसार सूर्य का तांत्रिक दृष्टिकोण भी है | इस तंत्र को सूर्य विज्ञान कहा जाता है | सूर्य विज्ञान से कोई भी इन्सान अपनी जरुरत के अनुसार मनोवांछित परिणाम हासिल कर सकता है | भगवान सूर्य की साधना कर के कोई भी इन्सान अपने जीवन में बहुत तरक्की कर सकता है, वो अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है, अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है |

 भगवान सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है, वे शनिदेव और यमराज के पिता है, तो उनकी नित्य पूजा करके आप नवग्रहों का दोष और हानिकारक प्रभाव कम कर सकते है | हमें रोज भगवान सूर्य के १२ नाम लेते हुए उन्हें जल अर्पण करना चाहिए, ऐसा करने से वे प्रसन्ना हो जाते है | मै भगवान सूर्य से संबंधित और कई प्रयोग जल ही ब्लॉग पर अपलोड कर दूँगा |

सूर्य अष्ठकम् भगवान सूर्य को अर्पण किया गया स्तोत्र है | ये एक बहुत ही लाभकारी अष्टक है अगर इसे नित्य सुबह जपा जाए तो ये विभिन्न फायदे प्रदान करता है | इसे अपनी दैनिक पूजन क्रम में शामिल कर के लाभ उठाये |

अगर आप नौकरी पाने की समस्या से पीड़ित है या किसी और समस्या से पीड़ित है, तो सूर्य अष्ठकम् ही आपकी चमकने में मदत कर सकता है | “सिद्ध सूर्य यन्त्रका इस्तेमाल करके आप इस अष्टक का प्रभाव और भी बढ़ा सकते है |

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Yagya Dutt

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